Tuesday, November 15, 2016

500 and 1000

मज़ाक तो बहुत हुआ, पर किसी गरीब के पास 500- 1000 के एक दो नोट मिल जाए तो हो सके तो अपनी तरफ़ से बदल देना, आप तो बैंक से बदलवा सकते हो।😊

Tuesday, November 1, 2016

गुरु जी ने शिष्य से

गुरु जी ने शिष्य से पूंछा - माता पार्वती ने भगवान शिव को वर क्यों  चुना ? कारण सहित बताओ ।

शिष्य -
1- भगवान शिव कपडे नहीं पहनते थे इसलिए कपडे धोने का कोई लफढ़ा ही नहीं था ।

2- माथे पर चांद विद्यमान है, लाइट ही लाइट बिजली जाने का डर नही।

3- जटाओं मे गंगाजी विराजती हैं पानी ही पानी , पम्प ख़राब होने की चिन्ता नहीं ।

4- कंद मूल फल जो भगवान शिव खाऐगै वही हम खाऐगे अर्थात खाना बनाने की जरूरत नही।

5- न सास न ननद मतलब कोई लडाई झगड़े का डर नहीं ।

गुरु जी विधार्थी के पैर पकड़कर मुझे अपना शिष्य बना लो ब्रह्मज्ञानी
😂😂😂😂

Really Very Nice

*Really Very Nice*
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जो चाहा
कभी पाया नहीं,

जो पाया
कभी सोचा नहीं,

जो सोचा
कभी मिला नहीं,

जो मिला
रास आया नहीं,

जो खोया
वो याद आता है,

पर जो पाया
संभाला जाता नहीं ,

क्यों
अजीब सी पहेली है ज़िन्दगी,

जिसको
कोई सुलझा पाता नहीं...

जीवन में
कभी समझौता करना पड़े
तो कोई बड़ी बात नहीं है,

क्योंकि,

झुकता वही है
जिसमें जान होती है,

अकड़ तो
मुरदे की पहचान होती है।

ज़िन्दगी जीने के
दो तरीके होते है!

पहला:
जो पसंद है
उसे हासिल करना सीख लो.!

दूसरा:
जो हासिल है
उसे पसंद करना सीख लो.!

जिंदगी जीना
आसान नहीं होता;

बिना संघर्ष
कोई महान नहीं होता.!

जिंदगी
बहुत कुछ सिखाती है;

कभी हंसती है
तो कभी रुलाती है;

पर जो हर हाल में खुश रहते हैं;

जिंदगी उनके आगे
सर झुकाती है।

चेहरे की हंसी से
हर गम चुराओ;

बहुत कुछ बोलो
पर कुछ ना छुपाओ;

खुद ना रूठो कभी
पर सबको मनाओ;

राज़ है ये जिंदगी का
बस जीते चले जाओ।

"गुजरी हुई जिंदगी
कभी याद न कर,

तकदीर मे जो लिखा है
उसकी फर्याद न कर...

जो होगा वो होकर रहेगा,

तु कल की फिकर मे
अपनी आज की हसी
बर्बाद न कर...

हंस मरते हुये भी गाता है
और मोर नाचते हुये भी
रोता है....

ये जिंदगी का फंडा है बॉस

दुखो वाली रात
निंद नही आती

और खुशी वाली रात
कौन सोता है...
          🌾🌾🌾
ईश्वर का दिया
कभी अल्प नहीं होता;

जो टूट जाये
वो संकल्प नहीं होता;

हार को
लक्ष्य से दूर ही रखना;

क्योंकि जीत का
कोई विकल्प नहीं होता।
           🌾🌾🌾
जिंदगी में दो चीज़ें
हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं :

"सांस और साथ"

सांस टूटने से तो
इंसान 1 ही बार मरता है;

पर किसी का साथ टूटने से
इंसान पल-पल मरता है।
           🌾🌾🌾
जीवन का
सबसे बड़ा अपराध -

किसी की आँख में आंसू
आपकी वजह से होना।

और जीवन की
सबसे बड़ी उपलब्धि -

किसी की आँख में आंसू
आपके लिए होना।
            🌾🌾🌾
जिंदगी जीना
आसान नहीं होता;

बिना संघर्ष
कोई महान नहीं होता;

जब तक न पड़े
हथोड़े की चोट;

पत्थर भी
भगवान नहीं होता।
           🌾🌾🌾
जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ
ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं।,

क्योंकि जरुरत तो
फकीरों की भी पूरी हो जाती है;

और ख्वाहिशें बादशाहों की भी
अधूरी रह जाती है।
          🌾🌾🌾

मनुष्य सुबह से शाम तक
काम करके उतना नहीं थकता;

जितना क्रोध और चिंता से
एक क्षण में थक जाता है।
            🌾🌾🌾
दुनिया में
कोई भी चीज़ अपने आपके लिए
नहीं बनी है।

जैसे: दरिया
खुद अपना पानी नहीं पीता।

पेड़ -
खुद अपना फल नहीं खाते।

सूरज -
अपने लिए हररात नहीं देता।

फूल -
अपनी खुशबु
अपने लिए नहीं बिखेरते।

मालूम है क्यों?

क्योंकि दूसरों के लिए ही
जीना ही असली जिंदगी है।
           🌾🌾🌾
मांगो
तो अपने रब से मांगो;

जो दे तो रहमत
और न दे तो किस्मत;

लेकिन दुनिया से
हरगिज़ मत माँगना;

क्योंकि दे तो एहसान
और न दे तो शर्मिंदगी।
           🌾🌾🌾
कभी भी
'कामयाबी' को दिमाग

और 'नकामी' को दिल में
जगह नहीं देनी चाहिए।

क्योंकि,

कामयाबी
दिमाग में घमंड
और नकामी दिल में
मायूसी पैदा करती है।
           🌾🌾🌾
कौन देता है
उम्र भर का सहारा।,

लोग तो जनाज़े में भी
कंधे बदलते रहते हैं।
           🌾🌾🌾
कोई व्यक्ति
कितना ही महान क्यों न हो,

आंखे मूंदकर
उसके पीछे न चलिए।

यदि ईश्वर की
ऐसी ही मंशा होती
तो वह हर प्राणी को
आंख,
नाक,
कान,
मुंह,
मस्तिष्क आदि क्यों देता?

🙏
अच्छा लगा तो
share जरुर करे !

Monday, October 31, 2016

कैसी भी हो एक बहन होनी चाहिये..........।

कैसी भी हो एक
बहन होनी चाहिये..........।
.
बड़ी हो तो माँ- बाप से बचाने वाली.
छोटी हो तो हमारे पीठ पिछे छुपने वाली..........॥
.
बड़ी हो तो चुपचाप हमारे पाँकेट मे पैसे रखने वाली,
छोटी हो तो चुपचाप पैसे निकाल लेने वाली.........॥
.
छोटी हो या बड़ी,
छोटी- छोटी बातों पे लड़ने वाली,एक बहन होनी चाहिये.......॥
.
बड़ी हो तो ,गलती पे हमारे कान खींचने वाली,
छोटी हो तो अपनी गलती पर,साँरी भईया कहने
वाली...
खुद से ज्यादा हमे प्यार करने वाली एक बहन होनी चाहिये.... ....॥

🌞भाईदूज की शुभकामनाये🌞

बहुत ठण्ड थी

एक बार की बात है बहुत ठण्ड थी
एक ताई नहा के बाहर आई
ताऊ सामने बैठा था और उसकी तरफ देख रहा था
ताई क्या बात है आज क्या करके मानोगे
ताऊ बोला  - एक बार इधर आ
ताई ने सोचा ताऊ आज मूड में है
बालो को सहलाते हुए मस्ती में ताउ के पास गई
ताउ ने एक मारा कान पे ताई हैरान |
ताउ - मेरी सासु की , को गर्म पानी की बाल्टी मेरी थी।।

कड़वा सच

ताज महल = मुसलमानों ने बनाया;
लाल किला = मुसलमानों ने बनाये ;
कुतुबमीनार = मुसलमानों ने बनाई;
चार मीनार = मुसलमानों ने बनाई;
गोल गुम्बज = मुसलमानों ने बनाया;
लाल दरवाजे = मुसलमानों ने बनाये;
मिसाइल= मुस्लिम ने बनाई (डा.कलाम);

इंडिया गेट = अंग्रेजो ने बनाया
गेटवे ऑफ इंडिया = अंग्रेजो ने बनाया
हावड़ा ब्रिज= अंग्रेजो ने बनाया;
पार्लियामेंट हाउस= अंग्रेजों ने बनाया ;
राष्ट्रपति भवन = अंग्रेजों ने बनाया;
नॉर्थ-साऊथ ब्लॉक= अंग्रेजों ने बनाया ;
कनॉट प्लेस = अंग्रेजों ने बनाया
.
संविधान= SC ने बनाया (डॉ. अम्बेडकर);

तो ये हिन्दू लीडर भारत में करते क्या आ रहे है ?

कड़वा सच

(A)हिन्दू भाइयों को देश के इतिहास के नाम पर बेवक़ूफ़ बनाते आरहे है
(B) देश को गुलाम बनाते रहे हैं !
(C) देश, धर्म, संस्कृति, सभ्यता और समाज को कमजोर करते रहे हैं !
(D) देश में जाति-धर्म के नाम पर दंगा कराते रहे हैं !
(E) देश को तोड़ते रहे हैं !
(F) देश का धन और धार्मिक भय के नाम पर मंदिरों में इकट्ठा करते रहे हैं !
काँग्रेस जब सत्ता मे थी तब बीजेपी विरोधी पक्ष मे बैठी थी और सभी हो रहे भ्रष्टाचार देख रही थी।
मतलब यही होता हें बीजेपी और काँग्रेस मिलकर भारत को लूट रही हैं !

1987 - बोफोर्स तोप घोटाला, 960 करोड़
1992 - शेयर घोटाला, 5,000 करोड़।।
1994 - चीनी घोटाला, 650 करोड़
1995 - प्रेफ्रेंशल अलॉटमेंट घोटाला, 5,000 करोड़
1995 - कस्टम टैक्स घोटाला, 43 करोड़
1995 - कॉबलर घोटाला, 1,000 करोड़
1995 - दीनार / हवाला घोटाला, 400 करोड़
1995 - मेघालय वन घोटाला, 300 करोड़
1996 - उर्वरक आयत घोटाला, 1,300 करोड़
1996 - चारा घोटाला, 950 करोड़
1996 - यूरिया घोटाला, 133 करोड
1997 - बिहार भूमि घोटाला, 400 करोड़
1997 - म्यूच्यूअल फण्ड घोटाला, 1,200 करोड़
1997 - सुखराम टेलिकॉम घोटाला, 1,500 करोड़
1997 - SNC पॉवेर प्रोजेक्ट घोटाला, 374 करोड़
1998 - उदय गोयल कृषि उपज घोटाला, 210 करोड़
1998 - टीक पौध घोटाला, 8,000 करोड़
2001 - डालमिया शेयर घोटाला, 595 करोड़
2001 - UTI घोटाला, 32 करोड़
2001 - केतन पारिख प्रतिभूति घोटाला, 1,000 करोड़
2002 - संजय अग्रवाल गृह निवेश घोटाला, 600 करोड़
2002 - कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज घोटाला, 120 करोड़
2003 - स्टाम्प घोटाला, 20,000 करोड़
2005 - आई पि ओ कॉरिडोर घोटाला, 1,000 करोड़
2005 - बिहार बाढ़ आपदा घोटाला, 17 करोड़
2005 - सौरपियन पनडुब्बी घोटाला, 18,978 करोड़
2006 - ताज कॉरिडोर घोटाला, 175 करोड़
2006 - पंजाब सिटी सेंटर घोटाला, 1,500 करोड़
2008 - काला धन, 2,10,000 करोड
2008 - सत्यम घोटाला, 8,000 करोड
2008 - सैन्य राशन घोटाला, 5,000 करोड़
2008 - स्टेट बैंक ऑफ़ सौराष्ट्र, 95 करोड़
2008 - हसन् अली हवाला घोटाला, 39,120 करोड़
2009 - उड़ीसा खदान घोटाला, 7,000 करोड़
2009 - चावल निर्यात घोटाला, 2,500 करोड़
2009 - झारखण्ड खदान घोटाला, 4,000 करोड़ 2009 - झारखण्ड मेडिकल उपकरण घोटाला, 130 करोड़
2010 - आदर्श घर घोटाला, 900 करोड़
2010 - खाद्यान घोटाला, 35,000 करोड़
2010 - बैंड स्पेक्ट्रम घोटाला, 2,00,000 करोड़
2011 - 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, 1,76,000 करोड़
2011 - कॉमन वेल्थ घोटाला, 70,000 करोड़

ये कोई विदेशी आक्रमण नही, या किसी मुसलमान ने नही किया, ये सब वही *देशभक्त* जो मुसलमानों से देशभक्ति का सर्टिफिकेट मांगते हैं ।
इस देश की हिंदू मुसलिम एकता को अगर ज़िंदा रखना है तो इस सन्देश को हर देश भगत  ज़रूर भेजे

हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद
हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद
हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद

Sunday, October 30, 2016

श्री गौवर्धन पूजन

*“श्री गौवर्धन पूजन "* 💩🐄की हार्दिक शुभकामनाये ।

श्री गौवर्धन जी महाराज हमारे अन्नदाता किसानों 👳🏻👳🏼‍♀हमारे पशुधन🐄🐃🐏🐐 और hum sab 🌳🌾🌿🌷 पर अपनी अनुकंपा बनाए रखे तथा उन में✨💫 संवर्द्धन, समृद्धि, ऐश्वर्य और स्वास्थ्य आदि से परिपूर्ण रखे।

बहुत ही सुंदर पंक्तियां

बहुत ही सुंदर पंक्तियां भेजी है, फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....

जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...  
  क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।

"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.:  🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो क अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱         ,       forwad to all family and friends

Happy Govardhan Pooja

“Murli Manohar, Brij ke Dhrohar.
Wo Nandlala Gopala, Bansi Ki Dhun Par Sabke Dukh Harne Wala.
Sab Milkar Machaye Dhoom Ki Krishna Ane Wala Hai.
Happy Govardhan Pooja!!”

Happy Diwali

May this auspicious festival of bright and colorful lights bring endless joy, stupendous success,  prosperity,  good health and serenity into your life.
Wishing you and your family a very happy diwali....

शुभ दीपावली

दीपों का त्यौंहार दीपावली आप सभी के जीवन में खुशियों का संसार लेकर आए, आपकी मनोकामनाएं पूरी हो, शुभ और मंगल कार्यों की नई शुरुआत हो, आपका मान सम्मान और प्रतिष्ठा में चार चांद लग जाए, आपके ऊपर ईश्वर अपनी भरपूर कृपा बरसाए, ऐसी मंगल कामनाऐं 🙏 में 🙏आप और आपके परिवार के लिए हृदय से करता हूँ आपको हमारी ओर से बहुत बहुत शुभकामनाएं💐💐💐💐💐💐

Diwali wish

A blessed year ahead.
An amazing Sunday ahead 😅
Happy Diwali! 🎀
With love,

#Sandesh2soldier

भर ली उड़ान होसलो में
तेरी वजह से जोश जगा
झुका नही तू दुश्मन के आगे
बेशक तुजे मरना पड़ा
हर मौसम हर मुश्किल में
देश के लिए तू ढाल बना
देश के लिए तू जीता मरता
तेरे लिए '"वीर" शब्द बना
तेरे बनाये रस्ते पर अब हम भी चलते जायेंगे
भारत माँ के दुश्मन को उसकी औक़ात दिखाएंगे

सभी भारतीय जवानों को समर्पित
#जय_हिंद 🇮🇳

Sunday, October 2, 2016

पाकिस्तान साफ

☺मै क्या कहता हु,

मोदी-जी मौका अच्छा है...

डाल दो
दो-तीन मिसाईल लाहोर पे 🚀🚀🚀

बाद में बोल देंगे दिवाली की साफ-सफाई में गलती से बटन दब गया !😜

"गुस्ताखी माफ..पाकिस्तान साफ"
       😊😛😝😜😀😁😉😜

हम तो jio का कार्ड डलवाया हूँ...

एक बिहारी के पीछे...
कुत्ते का बच्चा पड़ गया...

बिहारी भागते हुए चिल्लाया...

"हम तो jio का कार्ड डलवाया हूँ...

ई ससुरा Vodafone 🐶का
नेटवर्क कैसे पकड़ रहा है...??"😁😁😂😂😂😂😂😂

Tuesday, September 27, 2016

कोर्ट मैरीज करनी है

कोर्ट मैरीज करनी है या माता पिता से पूछ कर अरैंज मैरीज करनी है, लड़के ने लड़की से पुछा.....













लड़की ने कहा हम गरीब हैं और मेरे पिताजी अभी शादी का खर्चा नहीं उठा सकते










और





















मैं अपने माता पिता का बहुत सम्मान करती हूँ मैं भागने की बजाय मर जाना पसंद करूँगी.















लेकिन आप मेरे माता पिता से बात कर सकते हैं, बाकी वे जैसा कहेंगे वैसा ही होगा.
















लड़के ने कहा “मुझे क्या परेशानी होगी" मैने कौन सी दहेज की मांग रखनी है.



















तुम कह रही हो तो मैं तुम्हारे माता पिता से बात कर लूंगा,











लड़का उसके घर जाता हा और लड़की के माता पिता से बात करता है.


















लड़की के पिता ने कहा मेरे पास तो केवल 1000 रूपये ही पड़े हैं,

















मैं शादी कैसे करूं, लड़के ने कहा शादी तो हजार रूपये में भी हो जाती है...















लड़की के पापा ने कहा वो कैसे ? 'लड़के ने कहा आप कल मेरे साथ चलना.




















अगले दिन लड़का आता है और कहता कि अपने परिवार के खास खास सदस्यों को लेकर मेरे साथ चलिये.


















वो सब उसकी गाड़ी में बैठ जाते हैं थोड़ी दूर जाकर एक मिठाई की दूकान के सामने लड़का गाड़ी रोकता है़...


























और कहता है पापाजी आप दो किलो बढ़ीया सी मिठाई ले आईये.


















वो मिठाई ले आते हैं उसके बाद लड़का कोर्ट के साम गाड़ी रोकता हैे और कोर्ट में लड़की के साथ शादी का रजिर्स्टेशन करवाता है.




















लड़का कहता है पिताजी हो गयी शादी, अब आप मिठाई बांट दीजिए और हो गयी एक हजार की मिठाई में शादी.
















आपको और कोई खर्चा नहीं करना है, लड़की के पिता की आंखों में आंसू आ जाते हैं.






















लेकिन एक महिने बाद ही लड़के की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है.



















लड़की दुर्घटना वाली जगहा पर पहूँचती है, लेकिन मृत शरीर (डेड बॉडी) को देखकर बेहोश हो जाती है..

















लड़के का पोस्टमार्टम होता है और (मृत शरीर) डेड बॉडी और खून से लथपत कपड़े घर आ जाते हैं ...




















लड़के का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है.


























लड़की ने वो खून से सने कपड़े धोबी को धोने के लियें दिये.



















धोबी ने कहा..'मैडम ये कपड़े फैंक दीजिए.

















ये बेकार हो गये है


















लेकिन लड़की ने कहा तुम रहने दो...

















मेरे पास ये कपड़े उनकी याद के तौर पर रहेंगे, मैं इन कपड़ों को किसी को नहीं दूंगी.





















लड़की ने कपड़े खुद धोये लेकिन खून के दाग नहीं गये.














लड़की सो गई, सपने में लड़की को एक बुढ़़ीया नजर आयी.













































लड़की डर कर उठ जाती है,  अगले दिन लड़की ने कपड़े फिर धोये.





















लेकिन दाग नहीं गये,रात को लड़की को फिर वही भयानक चेहरे वाली बुढ़़ीया नजर आई.



















उसने कहा ये दाग ऐसे ही नहीं जाने वाले.






































ऐसा कुछ हफ्तों तक चलता रहा.
















लड़की के लियें सोना मुश्किल हो गया..एक दिन लड़की के घर की घंटी बजी.....




लड़की ने दरवाजा खोला......












तो













तो




लड़की डर के मारे चीख पड़ी.......




वही सपने में नजर आने वाली बुढ़ीया उसके सामने खड़ी थी....

उसने कहा, डरो नहीं बेटी, मैं जानती हूँ कि तुम कपड़ों के दाग से परेशान हो, लेकिन वो दाग ऐसे नहीं जाने वाले क्योंकि......

असल में तुम वाशिंग पाउडर ही गलत प्रयोग कर रही हो यह लो
पतंजलि वाशिंग पाउडर
इससे दाग जरूर चले जाऐगे

और

वो बुढ़ीया विना पैसे लिये ही चली जाती है.

लड़की ने उन कपड़ो को (पतंजलि वाशिंग पाउडर) से  धोया तो दाग एक दम से चले गये.

तो दाग निकालने के लियें

>पतंजलि वाशिंग पाउडर<

प्रयोग कीजिए.

खून तो मेरा भी बहुत खौला था जब मुझे भी किसी ने यह भेजा था.

😂😂😂😂😂😂

Monday, September 5, 2016

निरोगधाम पत्रिका

❤ जीवनोपयोगी❤

1.  सुबह उठ कर कैसा पानी पीना चाहिए

    उत्तर -     हल्का गर्म

2.  पानी पीने का क्या तरीका होता है

    उत्तर -    सिप सिप करके व नीचे बैठ कर

3.  खाना कितनी बार चबाना चाहिए

     उत्तर. -    32 बार

4.  पेट भर कर खाना कब खाना चाहिए

     उत्तर. -     सुबह

5.  सुबह का नाश्ता कब तक खा लेना चाहिए

     उत्तर. -    सूरज निकलने के ढाई घण्टे तक

6.  सुबह खाने के साथ क्या पीना चाहिए
    
     उत्तर. -     जूस

7.  दोपहर को खाने के साथ क्या पीना चाहिए

    उत्तर. -     लस्सी / छाछ

8.  रात को खाने के साथ क्या पीना चाहिए

    उत्तर. -     दूध

9.  खट्टे फल किस समय नही खाने चाहिए

    उत्तर. -     रात को

10. आईसक्रीम कब खानी चाहिए

       उत्तर. -      कभी नही

11. फ्रिज़ से निकाली हुई चीज कितनी देर बाद
      खानी चाहिए

      उत्तर. -    1 घण्टे बाद

12. क्या कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए

       उत्तर. -      नहीं

13.  बना हुआ खाना कितनी देर बाद तक खा
      लेना चाहिए

      उत्तर. -     40 मिनट

14.  रात को कितना खाना खाना चाहिए

       उत्तर. -    न के बराबर

15.  रात का खाना किस समय कर लेना चाहिए

      उत्तर. -     सूरज छिपने से पहले

16. पानी खाना खाने से कितने समय पहले
      पी सकते हैं

      उत्तर. -     48 मिनट

17.  क्या रात को लस्सी पी सकते हैं

     उत्तर. -     नही

18.  सुबह खाने के बाद क्या करना चाहिए

       उत्तर. -     काम

19. दोपहर को खाना खाने के बाद क्या करना
       चाहिए

       उत्तर. -     आराम

20. रात को खाना खाने के बाद क्या करना
      चाहिए

      उत्तर. -    500 कदम चलना चाहिए

21. खाना खाने के बाद हमेशा क्या करना
      चाहिए

      उत्तर. -     वज्रासन

22. खाना खाने के बाद वज्रासन कितनी देर
      करना चाहिए.
    
      उत्तर. -     5 -10 मिनट

24.  रात को किस समय तक सो जाना चाहिए

      उत्तर. -     9 - 10 बजे तक

25. तीन जहर के नाम बताओ

      उत्तर.-    चीनी , मैदा , सफेद नमक

26. दोपहर को सब्जी मे क्या डाल कर खाना
      चाहिए

      उत्तर. -     अजवायन

27.  क्या रात को सलाद खानी चाहिए

      उत्तर. -     नहीं

27. खाना हमेशा कैसे खाना चाहिए

      उत्तर. -     नीचे बैठकर व खूब चबाकर

30. चाय कब पीनी चाहिए

      उत्तर. -     कभी नहीं

31. दूध मे क्या डाल कर पीना चाहिए

      उत्तर. -    हल्दी

32.  दूध में हल्दी डालकर क्यों पीनी चाहिए

      उत्तर. -    कैंसर ना हो इसलिए

33. कौन सी चिकित्सा पद्धति ठीक है

      उत्तर. -   आयुर्वेद

34. सोने के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए

      उत्तर. -   अक्टूबर से मार्च (सर्दियों मे)

35. ताम्बे के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए

      उत्तर. -    जून से सितम्बर(वर्षा ऋतु)

36. मिट्टी के घड़े का पानी कब पीना चाहिए

      उत्तर. -  मार्च से जून (गर्मियों में)

37. सुबह का पानी कितना पीना चाहिए

      उत्तर. -  कम से कम 2 - 3 गिलास

38. सुबह कब उठना चाहिए

       उत्तर. -  सूरज निकलने से डेढ़ घण्टा पहले

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श्री राधा अमृत लीला

यह बात बरसाने की हैं
जब से श्री गिरिराज, कन्हैया ने उठाया अपने नख पर तब से सारा ब्रज कनुआ महाराज कहने लगा यह लीला रास है। आनंद लेना प्रेम का , यही मंजरी रस है। सारा ब्रज चौरासी कनुआ -कनुआ महाराज करने लगा।
कन्हैया के गवालबाल  तो कन्हैया महाराज कर के बरसाने की गोपी को चिढ़ाने लगे।

अब यह तो किसी को बताया नहि के
बाँए हाथ के नख से उठाया है । और बायाँ हाथ राधा रानी का है  क्यूँकि " वामंगसर्वभूत" बाँए अंग से रूप बनाया राधा रानी ने। यह सब बरसाने की मंजरी को पता लगा तो बोली ऐसे कैसे महाराज बन गए । उठाया हमारी स्वामिनी ने ,स्वयं बोला था ना सबके सामने

*" कचु माखन से बल बड़ा,* *कचु गवालान दिए सहाय*
*श्री राधारानी की कृपा ते मैंने गिरिवर लियो उठाय।*

उठाया राधारानी ने और नाम स्वयं को धरा लियो। महाराज मंजरियों ने एक सभा बुलायी बोली हम सब मिलकर ललिताजी के पास जाएँगी और अपनी स्वामिनीजी को महारानी बनाएँगी अब यह तो प्रेम लीला है ,ना तो यह राधारानी को पता है। कौन महाराज कौन महारानी और ना गोपाल को ।

मंजरिया दोनो को मिलवाना चाहती है और रस का आनंद लेना चाहती है।

सारी ललिताजी के पास गयी ललिता जी मुस्कुरा के बोली।  " यह तो नंदगाँव के गवालान को काम ही यह है" चलो हम सब ब्रज की आदरणीय देवी पूर्णमासी देवी के पास चलते है

पूर्णमांसी देवी ब्रज की वृद्घ और हर वस्तु मुहूर्त की जानकारी रखती है पुरोहित जान लो ।सब गयी और बोली
हमको किसी भी तरह राधारानी को महारानी बनाना है । नंदगाँव के गवाल जन अपने कन्हैया  को महाराज कहतै फिरते है। पूर्णमासी बोली मंजरियों घबरायो मत। आओ हम सब वृंदावन में " इमलीतला" वृक्ष के नीचे स्वामिनी का अभिषेक कर उन्हें स्वामिनी महारानी घोषित करते है।

जैसे कन्हैया के गवाल बालों ने कन्हैया का अभिषेक कर गिरिराज उठाने के बाद गोविंद कुंड बनाया
हम भी ऐसा ही करते है। याद रखना ना यह बात स्वामिनी जाने और
ना श्यामसुंदर। अब वो दिन आ गया राधारानी का अभिषेक शुरू हो गया इमलीतला मे सारी मंजरिया " तीर्थों का जल भर स्वामिनी का अभिषेक करने आ गयी

कितना मधु
कितना घृत
कितना दही
कितना दूध
कितना गंगाजल
स्वामिनी पर प्रेम पूर्वक उड़ेले जाने लगा। अब स्वामिनी का अभिषेक हो कन्हैया ना आए। ऐसा हो सकता है कन्हैया घूमते घूमते वृंदावन में भीड़ देखी तो पूछे मधुमंगल भाई यह भीड़ कैसो है।  मधुमंगल बोला, ओह कन्हैया तू नाँय जाने,  तू महाराज बन गया ना तब ते यह सब उत्सव कर रहे होंगे। कन्हैया और राधारानी का हृदय एक है ना।  और गवाल और सखियाँ भी सब मिली हुई है युगल को मिलाने के लिए यह उत्सव मेरो महाराज बनने की ख़ुशी में नहि। किसी को महारानी बनाने की ख़ुशी में हो रहो है। क्यूँकि जब स्वामिनिजी पर दूध दही पंचगव्या उँडेला जा रहा था तब उनके अंगों के ख़ुशबू से श्यामसुंदर का रोम रोम पुलकित हो रहा था।

तो पहचान गया भाव को, आपका महाराज मधुमंगल बोला लाला मोको तो जे बरसाने की गोपिन्न दीखे,तू मान लाला यहाँ ते निकल ले, कन्हैया बोला -अरे मधुमंगल एक और तुम मोको राजा कहो,महाराजा कहो ,और एक और डरो

अब देखने दो इस महाराज के राज में उसकी प्रजा क्या कर रही है मधुमंगल जब तक तू मेरे साथ है मेरा मंगल ही मंगल है।

मधुमंगल ने जब द्वार पर ललिताजी को डंडा लिए देखा तो बोला लाला आज मधुमंगल को ही मंगल नाँय है
तो तेरो कैसो होगो, देख द्वार पर
ललिता खड़ी है डंडा लिए। अब श्यामसुंदर तो स्वामिनीजी के प्रेम रस
अभिषेक दर्शन को लालियत थे। उन्हें ललिता आदि कुछ नहि दिखता श्यामसुंदर पहुँच गए। ललिता जी से बोले

" ओह मेरी कोमलाँगि ललिताजी आज आप यहाँ  बोलो मैं आपकी क्या सेवा कर सकता हूँ। ललिताजी बोली
महाराज आप यहाँ आए हो  हमें बुला लिया होता।  कन्हैया थोड़े " झहप से गए और बोले अरि दयमयी ललिता अंदर क्या हो रहा है। अब कन्हैया की नैन तो अंदर लगे हुए है और बात ललिता जी से कर रहा है ललिताजी बोली - देखो कन्हैया जो तेरे गवाल बाल ने तेरे को महाराज बनाय दियों ना,  बस बहुत हो चुका हमारी स्वामिनी महारानी है। समझा कन्हैया " टेडी सी हँसीं कर बोला" हाँ हाँ वो ही महारानी है।अब बता अंदर क्या चल रहा है। ललिता जी बोली "अंदर हमारी स्वामिनी का अभिषेक चल रहा है महारानी बनाने का । बस यह सुन कर श्यामसुंदर जैसे अंदर जाने को आतुर होने लगे उनका रोम रोम प्रफुलित हो गया जो उन्होंने अपने पीताम्बर से छिपा लिया। श्यामसुंदर बोले,  ललिता जी आप तो दया की मूर्ति हो , स्वामिनी का प्राण हो ,अरे आपके बिना तो सारा ब्रज सूना है।आप ब्रज की प्रधान गोपी हो ।

यह सब बोलते बोलते कान्हा नज़र अंदर ही रखे हुए था ललिता जी मुस्कुरायी और बोली , ओह ब्रज के अतिसुंदर गवाले , तू मुझसे क्या चाहता है भोए चढ़ा कर बोली , बस इस भक्त को आपकी महारानी का अभिषेक दर्शन करना, यह गवालान आदि पर भरोसा नाहीं करता । ये तो ऐसे ही मेरो नाम चड़ाते रहते है  प्रेम करते है ना ललिता मुझसे,  इसलिए परंतु असली महारानी तो  राधारानी है। श्याम बोले ,ललिता देख पूरे ब्रज में दो वस्तु ही अधिक प्रसिध्द है

एक मेरो मुरली
दूसरा तेरो डंडा

दोनो ही बाँस के है । सच बोलू मैं ललिता जी,पर अभिषेक दर्शन तो तू कर लेगो, भेंट के देगो।  दारी के श्यामसुंदर सोचे भेंट तो लायो ना और
यह बिना भेंट के अंदर जाने नहि देगी
अब मधुमंगल भी भाग गया। क्या करूँ अपना कर अपने कपोलों पर रख सोचने लगा पर नैन अंदर गड़ा रखे थे। अंदर से ध्वनि हुई राधारानी महारानी के जय कन्हैया ने सोचा अब देर नाहे करनी, भले ही कुछ हो जाए अभिषेक दर्शन तो करूँ।  अपनी महारानी का

तभी कन्हैया ने अपनी " मुट्ठी बना ली और बोला देख ललिता, मेरे हाथ में भेंट है।  इतनी बड़ी भेंट के मुट्ठी बंद करनी पड़ी ललिता जी बोली, कन्हैया छल नाहे करियों हम बरसाने वारी है
कन्हैया बोला अरे नहि ललिताजी आपसे क्या छल, आपके डाँट मार से हम वाक़िफ़ नहि है क्या।

बस छल लिया
और चल दिया

गोपाल ललिता जी हाथ पकड़ अंदर ले गयी ।कन्हैया मुट्ठी बनाय रखो ताकि भेंट लगे हाथ मे। अंदर जैसो गया, इतना सुंदर मनमोहक ख़ुशबू के श्याम मूर्च्छित होने लगा। ललिता जी ने सम्भाला, ललिताजी बोली पहले भेंट दिखा , कन्हैया बोले-  गर्दन मटकाते हुए, देख ललिता जिसका दर्शन करना है। उसे भेंट दे दूँगा ।

आपको क्यूँ दिखाऊ ललिताजी बोली
चल ग़ुस्सा नाँय हो।  आ कराऊ दर्शन ँ जैसे ही अंदर प्रवेश किया , इमली के पेड़ के नीचे , स्वामिनिजी सफ़ेद चमकना वस्त्र पहने सिद्धआसन में बैठ ,दोनो नेत्रो को अपने भूमि पर टिकाय, दोनो हाथो को गोद में एक दूसरे पर रख विराजमान थी श्यामसुंदर के चरणो की आहट से स्वामिनी का ध्यान भंग हुआ और उनके अंग पर लगे चंदन के सुगंध से स्वामिनीजी का रोम रोम पुलकित हुआ और अष्ट सात्विक भाव आ गए स्वामिनीजी ने श्याम को देखा ,श्याम ने स्वामिनी को । बस अविरल अश्रु धारा बह चली अब मंजरिया सब भूल गयी कौन महाराज कौन महारानी सब उस दृश्य में चित्रलिखित के भाँति पड़ गए । शांति ही शांति बस अश्रुओ के गिरने की आहट एक पल  एक युग लगा मानो। मानो दोनो एक दूसरे से परस्पर एकांत मिलन चाहै सेवा प्रदान करना चाहते है। स्वामिनीजी जैसे मन से कह रही हो।

" अब आएँ हो श्यामसुंदर, मैं कब से बैठी थी। अरे मेरा अभिषेक तो आपने अपने प्रेमाश्रु से कर दिया ै अब चलो गलबाँहि डाल श्यामसुंदर मन से बोले
स्वामिनी, मुझे क्षमा कर दो।मेरा प्राण प्राण आपका अभिषेक करना चाहता है। बस एक पल में दोनो भाव की महासमाधि में चले गए और कुछ याद नही ललिताजी ने, लीला रस के आनंद में, कन्हैया को हाथ मारा और बोली, कर लिया दर्शन। चल अब दे भेंट। कन्हैया तो स्तम्भ था जैसे ही हाथ पड़ा, बोला  हाँ हाँ दूँगा भेंट स्वामिनी को दूँगा अपने हाथो से। 

कन्हैया पास आकर बैठ गया। ललिता जी " बोली स्वामिनी हाथ आगे बड़ायो कन्हैया कुछ भेंट देंगे।  स्वामिनीजी ने अपने अति कोमल छोटे से हाथ जब निकाले । स्वामिनी बोली ललिता क्या देंगे श्याम मुझे । मुझे जो चाइए वो मिल गया ( प्रेमाश्रु) ललिता जी ( मंजरीओ के और आँख मिचकाकर) बोली,  आप बड़ी भोली है, यह दर्शन कर गया । भेंट तो देगा भौए चढ़ाकर बोली " आख़िर महाराज है स्वामिनी ने हाथ बाहर निकाले , अब श्याम मुश्किल में  कुछ था नहीं उनके पास तभी अपना हाथ अपने नैनो में लगे काजल को पोछा, जैसे रो रहा हो और हाथ काजल से पोंछ कर  स्वामिनी के हाथ में अपना हाथ रख कुछ लिखने लगा। ललिता ने ज़ोर से हुंकार मार बोली। यह क्या भेंट है।

क्या लिख रहा है। स्वामिनीजी बोली
ललिताजी, जब लिख लेगा तो देख लेना। मेरा श्याम कुछ अनमोल भेंट है।  देगा तभी श्याम ने अपने काजल से स्वामिनी के हाथ पे लिख दिया और स्वामिनी ने मुट्ठी बंद कर ली ललिता जी बोली।

दिखाओ क्या लिखा महाराज ने, स्वामिनी ने अपना " लाल रंजित मेहंदी युक्त हाथ दिखाया तो उस पर क्या लिखा था ???? े

" हे स्वामिनी आज से सारा ब्रज चौरासी मैंने आपके नाम कर दिया "
आप महारानी हुई ।

जानते हो कौन से हाथ पर लिखा , उसी बाँए हाथ पर, जिस बाय हाथ से गिरिराज उठा महाराज नाम पाया था। तो स्वामिनी ने बाँह हाथ से गिरिराज उठवायाऔर उसी के बाय हाथ पर लिखा।

ब्रज चौरासी नाम कर दियों

*ब्रज ठकुरानी की जय*

🎪     *जय गौर हरि*     🎪

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